तरह-तरह के काम

केशव ने कार्टून बनाना, गुड़ियों व पुस्तकों का संग्रह करना, पत्रिका में लिखना व पत्रिका निकालना, बाल चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन व बच्चों का सम्मेलन कराना जैसे तरह-तरह के काम किए। उनको किसी एक काम के लिए भी तरह-तरह के काम करने पड़े होंगे। अब बताओ कि-


क) कार्टून बनाने के लिए उन्हें कौन-कौन से काम करने पड़े होंगे?


ख) बच्चों के लिए बाल चित्रकला प्रतियोगिता कराने के लिए क्या-क्या करना पड़ा होगा?


ग) केशव शंकर पिल्ले की तरह कुछ और भी लोग हुए हैं जन्होंने तरह-तरह के काम करके काफी नाम कमाया। तुम्हारी पसंद के वो कौन-कौन लोग हो सकते हैं? तुम उनमें से कुछ के नाम लिखो और उन्होंने जो कुछ विशेष काम किए हैं उनके नाम के आगे उसका भी उल्लेख करो।


क) केशव शंकर ने कार्टून बनाने के लिए सबसे पहले ड्राइंग करना सीखा होगा। साथ ही उन्होंने समाज में लोगों से मिल अच्छाई और बुराई को जाना होगा। कार्टून बनाने में बुद्धि का बहुत प्रयोग होता है। अपनी बात को किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना कह देना ये एक बड़ी बात है। साथ ही उन्होंने समाज को बेहतर तरीके से समझा भी होगा ताकि वे समाज में व्याप्त बुराइयों को अपने कार्टूनों के माध्यम से बता सकें|


ख) च़ित्रकला प्रतियोगिता के लिए शंकर ने सबसे पहले एक बड़ी जगह खोजी होगी। जहां देश भर से आए बच्चे एक साथ बैठकर चित्रकला प्रतियोगिता में भाग ले सकें। इसके अलावा इतनी बड़ी प्रतियोगिता करवाने के लिए उन्होंने फंड भी इकट्ठा किया होगा। साथ ही प्रतियोगिता के प्रचार प्रसार के लिए पर्चे छपवाए होंगे। इसके बाद इन पर्चों को दूसरे राज्यों और शहरों में बंटवाया होगा। जिससे बच्चों को प्रतियोगिता के बारे में जानकारी मिल सके। साथ ही प्रतियोगिता के लिए विषय का चयन भी पहले से किया गया होगा। जीतने वाले प्रतियोगी को इनाम में क्या देना है, ये भी पहले से तय होगा।


ग) डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन - राधाकृष्णन आजाद भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। उन्होंने बच्चों को शिक्षित करने में अपना योगदान दिया। राधाकृष्णन प्रसिध्य शिक्षक भी थे। उनकी याद में हर वर्ष 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। राधाकृष्णन को मूलतः शिक्षा के प्रति उनके योगदान के लिए याद किया जाता है और एक राष्ट्रपति के तौर पर कम एक शिक्षक के तौर पर उन्हें ज्यादा याद किया जाता है|


मदर टेरेसा - मदर टेरेसा ने अपना पूरा जीवन समाज सेवा में लगा दिया। वो दलितों एवं पीडितों की सेवा में पक्षपात नहीं करती थीं। उन्होंने सद्भाव बढ़ाने के लिए संसार का दौरा किया है। उनकी मान्यता है कि 'प्यार की भूख रोटी की भूख से कहीं बड़ी है।'


जवाहर लाल नेहरू - नेहरू जी भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। उन्होंने देश को आजाद कराने में विशेष योगदान दिया। नेहरू जी, गांधी के विचारों से प्रभावित थे।


महात्मा गांधी - गांधी जी का नाम भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। गांधी ने अहिंसा के दम पर अंग्रेजों को भारत से खदेड़ दिया था।


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